Wednesday 26 February 2020

तंग गलियारे

माना, हम सब सह जाएंगे,
दंगों के विष, घूँट-घूँट हम पी जाएंगे,
आगजनी, गोलीबारी,
तन-बदन और सीनों पर, झेल जाएंगे,
लेकिन, मन की तंग गलियारों से,
आग की, उठती लपटें,
धू-धू, उठता धुआँ,
इन साँसों में, कैसे भर पाएंगे?

जलता मन, सुलगता बदन,
आघातों के, हर क्षण होते विस्फोट,
डगमगाता विश्वास,
बहती गर्म हवाएँ, सुलगते से ये होंठ,
जहरीली तकरीरें, टूटती तस्वीरें,
चुभते, बिखरे से काँच,
सने, खून से दामन,
इस मन को, कैसे जोड़ पाएंगे?

मन के, ये तंग से गलियारे,
नफ़रतों, साज़िशों की ऊँची दीवारें,
वैचारिक अंन्तर्द्वन्द,
अन्तर्विरोध व अन्तः प्रतिशोध के घेरे,
अवरुद्ध हो चली, वैचारिकताएं,
घिनौनी मानसिकताएं,
चूर-चूर, होते सपने,
इन नैनों में, कैसे बस पाएंगे?

इन, तंग गलियारों में ....
माना, हम सब सह जाएंगे!

- पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा 
 (सर्वाधिकार सुरक्षित)

17 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 26 फरवरी 2020 को साझा की गई है...... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  2. उम्दा रचना पुरुषोत्तम जी

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  3. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 27.02.2020 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3624 में दिया जाएगा। आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी।

    धन्यवाद

    दिलबागसिंह विर्क

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  4. देश की चिंता  करना और नफरत के तंग गलियारों से निकलने का आह्वान करना ही सबसे उत्तम है | सादर

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    1. आदरणीया रेणु जी, रचना की सराहना हेतु हृदयतल से आभार । पुनः स्वागत है आपका।

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  5. आदरणीय  पुरुषोत्तम जी . नित   नये बदलते और आहत करते घटनाक्रम पर ये रचना बहुत  प्रभावी   और सराहनीय है  सच है नित बहुत कुछ एसा घट रहा है,  जिसे सहना और चुप रहना हमारी  मज़बूरी  बन गयी   है |कलम  जब  देश और समाजहित  के लिए    उठती है तो उससे लिखना सार्थक होता है |  देश की चिंता  करना सभी कलमधारियों  का पहला   कर्तव्य  है |  नफरत के इन तंग गलियारों से निकलने  में  ही हमारा  कर्म और धर्म  दोनों निहित है | सुंदर रचना के लिए  आपको हार्दिक शुभकामनाएं ? 

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    1. आज कल होने वाली ऐसी घटनाओं व विषम परिस्थितियों से कौन प्रभावित न हो।
      यह एक गंभीर चिंतन का विषय है।
      आदरणीया रेणु जी, रचना की सराहना व इससे जुड़ने हेतु हृदयतल से आभार ।

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  6. सुन्दर प्रस्तुति

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  7. Replies
    1. Thanks Dear Rajesh....
      Keep on ...Its really great to see you here on this platform ....you are close to my heart...

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