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Tuesday 8 October 2019

रावण दहन

मारो एक, तो दस पैदा होते हैं रावण!

अगणित रावण, दहन किए आजीवन,
मनाई विजयादशमी, जब हुआ लंका दहन,
उल्लास हुआ, हर्षोल्लास हुआ,
मरा नहीं, फिर भी रावण!

मारो एक, तो दस पैदा होते हैं रावण!

हर वर्ष, नया स्वरूप धर आया रावण,
कर अट्टहास, करता मानवता पर परिहास,
कर नैतिक मूल्यों का, सर्वनाश,
अन्तःमन, ही बैठा रावण!

मारो एक, तो दस पैदा होते हैं रावण!

बदला चित्र, चरित्र ना बदला रावण,
बना एकानन, खुले आम घूमते हैं दशानन,
घृणित दुष्कर्म, करते ये ही जन,
विभत्स, कर्मों के ये रावण!

मारो एक, तो दस पैदा होते हैं रावण!

आज फिर, अट्टहास कर रहा रावण,
मन ही मन, मानवता पर हँस रहा रावण,
गुलाम है सब, मेरे ही आजीवन,
दंभ यही, भर रहा ये रावण!

मारो एक, तो दस पैदा होते हैं रावण!

लाख करो इनकी, प्रतीक का शमन,
चाहे अनंत बार करो, इस पुतले का दहन,
शमन न होंगे, ये वैचारिक रावण,
दंभ और दर्प, वाले ये रावण!

मारो एक, तो दस पैदा होते हैं रावण!

मन ही जननी, मन दुःख का कारण,
मार सकें गर, तो मारें अपने मन का रावण,
जीत सकें गर, तो जीत ले मन,
शायद, मर जाएंगे ये रावण!

मारो एक, तो दस पैदा होते हैं रावण!

- पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा

Thursday 28 September 2017

दुर्गे निशुम्भशुम्भहननी

अग्निज्वाला अनन्त अनन्ता अनेकवर्णा, पाटला,
अनेकशस्त्रहस्ता अनेकास्त्रधारिणी अपर्णा,अप्रौढा,
अभव्या अमेय अहंकारा एककन्या आद्य आर्या,
इंद्री करली पाटलावती मन ज्ञाना कलामंजीरारंजिनी ।

कात्यायनी कालरात्रि यति कैशोरी कौमारी क्रिया,
कुमारी घोररूपा चण्डघण्टा चण्डमुण्ड विनाशिनि ,
क्रुरा  चामुण्डा  चिता  चिति चित्तरूपा चित्रा चिन्ता,
बहुलप्रेमा प्रत्यक्षा जया जलोदरी ज्ञाना तपस्विनी।

त्रिनेत्र दक्षकन्या दक्षयज्ञविनाशिनी दुर्गा देवमाता,
बुद्धि नारायणी निशुम्भशुम्भहननी पट्टाम्बरपरीधाना
पुरुषाकृति प्रत्यक्षा प्रौढा बलप्रदा बहुलप्रेमा बहुला
नित्या परमेश्वरी पाटला पाटलावती पिनाकधारिणी ।

बुद्धि बुद्धिदा ब्रह्मवादिनी ब्राह्मी भद्रकाली लक्ष्मी,
भाव्या मधुकैटभहंत्री महाबला महिषासुरमर्दिनि,
महातपा महोदरी मातंगमुनिपूजिता मातंगी माहेश्वरी,
मुक्तकेशी यति रत्नप्रिया रौद्रमुखी बहुला वाराही,
युवती विष्णुमाया वनदुर्गा विक्रमा विमिलौत्त्कार्शिनी।

वृद्धमाता वैष्णवी शाम्भवी शिवप्रिया शिबहुला,
शूलधारिणी सती सत्ता सत्या सत्यानन्दस्वरूपिणी
सर्वदानवघातिनी सर्वमन्त्रमयी सर्ववाहनवाहना,
सदागति  सर्वविद्या सर्वशास्त्रमयी सर्वासुरविनाशा
साध्वी सावित्री सुन्दरी सुरसुन्दरी सर्वास्त्रधारिणी।