ऐ देश, तू अब जाग जरा,
देखे जो, स्वप्न तूने,
जा, पा उसे,
उनके पीछे, तू भाग जरा!
ऐ देश, तू वही लहू बन,
नस-नस, में दौर,
ना, ठहर,
जन-जन में, तू भाग जरा!
ऐ देश, तू लहर हर मन,
बन जा, तीन रंग,
संगीत, सा,
साँसों में भर, तू राग जरा!
ऐ देश, तू पीछे ना मुड़,
कर्म-पथ पर, चल,
आगे ही बढ़,
दे विश्व को, तू ज्ञान जरा!
प्रथम गणतंत्र समारोह में सम्मलित होने, घोड़े की बग्घी में, राजपथ पर जाते देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आजादी पूर्व 26 जनवरी 1930 से लेकर 26 जनवरी 1947 तक, हम देशवासी 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते रहे हैं।
वस्तुतः दिसम्बर 1929 के लाहौर अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा प्रस्ताव पारित कर इस बात की घोषणा की गई कि अंग्रेज सरकार, 26 जनवरी 1930 तक, भारत को स्वायत्त-उपनिवेश (Dominion) का दर्जा प्रदान करे, नहीं तो, उस दिन से भारत की पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्ति तक, सक्रिय आंदोलन चलता रहेगा, और, 26 जनवरी 1930 से 1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति तक, भारत में, 26 जनवरी, स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता रहा।
इसके पश्चात, स्वतंत्रता प्राप्ति के वास्तविक दिन, अर्थात् 15 अगस्त, को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में स्वीकार किया गया।
भारत की आज़ाद के पश्चात् संविधान सभा (Constituent Assembly) की घोषणा हुई। संविधान सभा के सदस्य, भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा चुने गए। डॉ० भीमराव अम्बेडकर, डाॅ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, जवाहर लाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद आदि जैसे प्रमुख सहित, कुल मिलाकर 308 सदस्य थे।
संविधान निर्माण में कुल 22 समितियाँ थी जिसमें प्रारूप समिति (Drafting Committee) सबसे प्रमुख एवं महत्त्वपूर्ण समिति थी और इस समिति का कार्य संपूर्ण ‘संविधान लिखना’ या ‘निर्माण करना’ था।इसके अध्यक्ष, विधिवेत्ता डॉ० भीमराव अम्बेडकर थे। प्रारूप समिति नें, 2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण पूर्ण किया और इसे, संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को, 26 नवम्बर 1949 को सुपूर्द किया, इसलिए 26 नवम्बर को भारत में संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
संविधान सभा ने, संविधान निर्माण के समय, कुल 114 बैठकें की। इन बैठकों में प्रेस और जनता को भाग लेने की स्वतन्त्रता थी। अनेक सुधारों और बदलावों के बाद सभा के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को, संविधान की दो हस्तलिखित कॉपियों पर हस्ताक्षर किये, और इसके दो दिन पश्चात्,अर्थात् 26 जनवरी को, भारतीय संविधान, देश भर में लागू हो गया।
इसी दिन, सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया।
26 जनवरी का महत्व बनाए रखने के लिए, इसी दिन संविधान निर्मात्री सभा (Constituent Assembly), द्वारा संविधान में, भारत के गणतंत्र स्वरूप को, मान्यता प्रदान की गई।
तभी से, 26 जनवरी को, भारत में गणतंत्र दिवस (Republic Day) को राष्ट्रीय पर्व के रूप में, मनाया जाता है।
- सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
ऐ देश, तू अब जाग जरा,
देखे जो, स्वप्न तूने,
जा, पा उसे,
उनके पीछे, तू भाग जरा!
- पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा
Nice information.... And nice poem....
ReplyDeleteDear Deepak ji, hearty welcome to you on my Blog. WISHING you a great Republic Day Celebration .....
Deleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा रविवार (२६-०१ -२०२०) को "शब्द-सृजन"- ५ (चर्चा अंक -३५९२) पर भी होगी।
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
-अनीता सैनी
चर्चा मंच से जुड़े सभी सदस्यों को, गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं सहित आभार ।
Deleteबहुत सुंदर रचना, गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ आदरणीया।
Deleteबहुत सुंदर प्रस्तुति, गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteसुप्रभात,
Deleteआप और आपके परिवार को 71 वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ।🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जयहिंद.
ये ललकार जरूरी है.
ReplyDeleteसोती जनता को आव्हान जरूरी है.
🙏 🙏 बहुत सुन्दर रचना भाई 👏 👏 नमन
सुप्रभात,
Deleteआप और आपके परिवार को 71 वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ।🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जयहिंद.
जनमानस में जोश भरता एक सुंदर रचना के साथ ज्ञानवर्दक लेख भी ,बहुत खूब
ReplyDeleteलाजबाब सृजन ,गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
सुप्रभात,
Deleteआप और आपके परिवार को 71 वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ।🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जयहिंद.
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteहूंकार भरा आह्वान।
बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया ।
Deleteआप और आपके परिवार को 71 वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ।🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जयहिंद.