tag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post4331663747433090580..comments2024-03-26T20:07:52.493+05:30Comments on कविता "जीवन कलश": पीपल सा पलपुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttp://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-2498199046840558162022-12-09T18:18:35.251+05:302022-12-09T18:18:35.251+05:30बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय तरुण जी बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय तरुण जी पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-5680075565468315452022-12-09T13:03:15.557+05:302022-12-09T13:03:15.557+05:30आदरणीय कुमार शर्मा जी ! नमस्कार !
वो दो पल, जैसे ...आदरणीय कुमार शर्मा जी ! नमस्कार !<br /><br />वो दो पल, जैसे घना सा पीपल.... <br /> पीपल सी घनी भाव भरी रचना ,बहुत अभिनन्दन !<br />जय श्री कृष्ण !Tarun / तरुण / தருண் https://www.blogger.com/profile/13383539658535803715noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-28065632551773502012022-12-09T06:51:14.695+05:302022-12-09T06:51:14.695+05:30कोटिशः नमन और हृदयतल से आभार आदरणीया रेणु जी।।।।कोटिशः नमन और हृदयतल से आभार आदरणीया रेणु जी।।।।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-57591612515100505092022-12-09T06:50:15.730+05:302022-12-09T06:50:15.730+05:30बहुत बहुत धन्यवाद और हृदयतल से आभार आदरणीया सुधा द...बहुत बहुत धन्यवाद और हृदयतल से आभार आदरणीया सुधा देवरानी जी।।।।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-69401993289659279212022-12-09T06:49:15.253+05:302022-12-09T06:49:15.253+05:30बहुत बहुत धन्यवाद और हृदयतल से आभार आदरणीया कविता ...बहुत बहुत धन्यवाद और हृदयतल से आभार आदरणीया कविता रावत जी।।।।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-6023336397549191802022-12-09T06:48:31.483+05:302022-12-09T06:48:31.483+05:30बहुत बहुत धन्यवाद और हृदयतल से आभार आदरणीया अनीता ...बहुत बहुत धन्यवाद और हृदयतल से आभार आदरणीया अनीता जी।।।।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-35868220987741802422022-12-09T06:47:25.442+05:302022-12-09T06:47:25.442+05:30बहुत बहुत धन्यवाद और हृदयतल से आभार आदरणीय ओंकार ज...बहुत बहुत धन्यवाद और हृदयतल से आभार आदरणीय ओंकार जी।।।।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-80851133841363540432022-12-09T06:45:12.207+05:302022-12-09T06:45:12.207+05:30बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-20916547608641089642022-12-09T06:44:55.786+05:302022-12-09T06:44:55.786+05:30बहुत बहुत धन्यवाद बहुत बहुत धन्यवाद पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-66109079579393032512022-12-08T22:54:56.578+05:302022-12-08T22:54:56.578+05:30अक्सर मन को यादों के घने पीपल की छाँव में रुकना बह...अक्सर मन को यादों के घने पीपल की छाँव में रुकना बहुत भला लगता है।एक भावपूर्ण अभिव्यक्ति पुरुषोत्तम जी। शब्दनगरी की याद दिला गयी 🙏रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-76091115703696096122022-12-08T13:52:52.345+05:302022-12-08T13:52:52.345+05:30यूं भटका सा, इक पथिक मैं,
आकुल, हद से अधिक मैं,
जा...यूं भटका सा, इक पथिक मैं,<br />आकुल, हद से अधिक मैं,<br />जा ठहरूं, वहीं हर पल,<br />घनी सी छांव उसकी, करे घायल!<br />बहुत उम्दा सृजन।<br />सुन्दर शब्द विन्यास ।<br /><br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-89463737650101299382022-12-08T12:53:21.357+05:302022-12-08T12:53:21.357+05:30पीपल की घनेरी छांव में बीते सुकून भरे पलों की सुन्...पीपल की घनेरी छांव में बीते सुकून भरे पलों की सुन्दर बानगी -- <br /> <br />वो दो पल, जैसे घना सा पीपल....कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-4269053739625652262022-12-08T11:17:24.985+05:302022-12-08T11:17:24.985+05:30पीपल के सान्निध्य में बिताए दो पल भी एक याद बनकर स...पीपल के सान्निध्य में बिताए दो पल भी एक याद बनकर साथ रहते हैं, सुंदर रचना Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-9801886260419237102022-12-08T06:07:28.499+05:302022-12-08T06:07:28.499+05:30सुन्दर रचनासुन्दर रचनाOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-69735303471209364202022-12-08T00:20:00.325+05:302022-12-08T00:20:00.325+05:30सादर नमस्कार ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्...सादर नमस्कार , <br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार (8-12-22} को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/ " rel="nofollow"> "घर बनाना चाहिए"(चर्चा अंक 4624) </a> पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी। <br />------------<br />कामिनी सिन्हा <br />Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1797504268594212650.post-8561121852081942182022-12-07T20:16:49.455+05:302022-12-07T20:16:49.455+05:30आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द&qu...<i><b> आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर गुरुवार 08 दिसंबर 2022 को लिंक की जाएगी ....<a href="http://halchalwith5links.blogspot.in" rel="nofollow"><br /><br />http://halchalwith5links.blogspot.in </a>पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!<br /><br /></b></i>!Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.com