कविता "जीवन कलश"

जीवन के अनुभवों पर, मेरे मन के उद्घोषित शब्दों की अभिव्यक्ति है - कविता "जीवन कलश"। यूं, जीवन की राहों में, हर पल छूटता जाता है, इक-इक लम्हा। वो फिर न मिलते हैं, कहीं दोबारा ! कभी वो ही, अपना बनाकर, विस्मित कर जाते हैं! चुनता रहता हूँ मैं, उन लम्हों को और संजो रखता हूँ यहाँ! वही लम्हा, फिर कभी सुकून संग जीने को मन करता है, तो ये, अलग ही रंग भर देती हैं, जीवन में। "वैसे, हाथों से बिखरे पल, वापस कब आते हैं! " आइए, महसूस कीजिए, आपकी ही जीवन से जुड़े, कुछ गुजरे हुए पहलुओं को। (सर्वाधिकार सुरक्षित)

Saturday, 13 February 2016

आँखों का भरम

›
जानता हूँ तुमको जनमों से, तुम जानो या न जानो। कई जन्मो पहले तुम मिले थे मुझको, हम बिछड़े, फिर मिले हम, दुनिया से गुजरे,  युग बीते, ...

संध्या प्रेम

›
संध्या दिन की बाहों में अटकी सी, जाने की विवश रुकने की चिन्ता में भटकी सी, मंद पवन रोकती राहें लट सहलाती संध्या की। संध्या की सा...

स्वर नए गीत के गा

›
धीर रख! स्वर नए गीत के गा, चल मेरे साथ अब। रहता था आसमाँ पर एक तारा यही कहीं, गुजरा था टूट कर एक तारा कभी वहीं, मिलते नही वहाँ उनक...

सरस्वती वंदन

›
सरस्वति महाभागे विद्ये कमललोचने। विद्यारूपे विशालाक्षी विद्यां देहि नमोस्तुते। सरस्वती  मंत्र  प्रथमं भारती नाम द्वितीयं तु सरस्...
Friday, 12 February 2016

बेफिक्री के क्षण

›
स्वच्छंद श्वास हैं, बेफिक्र मन का पंछी  पावंदियों से है परे... उड़ बेफिक्र मन मेरे, बेफिक्री के स्वच्छंद क्षण साथ तेरे, रवानियाें मे ...

टहनियाँ-फुनगियाँ

›
टहनियाँ जीवन की, नींव भविष्य के आंगण की। टहनियों को रखता हूँ संभालकर नाजुक कोमल सी ये टहनियाँ, जीवन उर्जित करने की शक्ति से परिपूर्ण,...

अमरत्व गरल अश्रुधार!

›
तुम अविरल अश्रुधार पोछ नही पाओगी! एक अश्रु-धार नभ से होकर आती, रुकती कहाँ सुनती कहाँ ये मन की, निर्झर सी बस आँखों से बह जाती। ...
‹
›
Home
View web version

About Me

My photo
पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा
Berhampore (Murshidabad), West Bengal, India
मैं, एक आम व्यक्ति, बिल्कुल आप जैसा ही। बस लगाव है भावनाओं से, एक जुड़ाव है संवेदनाओं से। महसूस करता हूँ, तो कलम चल पड़ती है और जन्म लेती है, एक नई रचना। मेरी नवीनतम रचनाओं की जानकारी हेतु, आप इस ब्लॉग को फॉलो करें। इसकी सूचना आप मेरे WhatsApp / Contact No. 9507846018 के STATUS पर भी पा सकते हैं।
View my complete profile
Powered by Blogger.