तलाशती हैं आँखें...फिर !
प्यार के वही लम्हे,
फुर्सत के वही क्षण,
सुंदरता का वही मंजर,
बेचैन साँसों का थमके आना।
तलाशती हैं आँखें...फिर !
समय का रुक जाना,
यादों मे बस खो जाना,
बाहों में तेरी सो जाना,
लम्हातों का फिर थम जाना।
तलाशती हैं आँखें...फिर !
उनका छम से आना,
आँखों मे ख्वाब जगाना,
हसरतों को रंगीन बनाना,
दिल पर बादलों सा छा जाना।
तलाशती हैं आँखें...फिर !
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