जीवन के अनुभवों पर, मेरे मन के उद्घोषित शब्दों की अभिव्यक्ति है - कविता "जीवन कलश"। यूं, जीवन की राहों में, हर पल छूटता जाता है, इक-इक लम्हा। वो फिर न मिलते हैं, कहीं दोबारा ! कभी वो ही, अपना बनाकर, विस्मित कर जाते हैं! चुनता रहता हूँ मैं, उन लम्हों को और संजो रखता हूँ यहाँ! वही लम्हा, फिर कभी सुकून संग जीने को मन करता है, तो ये, अलग ही रंग भर देती हैं, जीवन में। "वैसे, हाथों से बिखरे पल, वापस कब आते हैं! " आइए, महसूस कीजिए, आपकी ही जीवन से जुड़े, कुछ गुजरे हुए पहलुओं को। (सर्वाधिकार सुरक्षित)
Showing posts with label तन्हा. Show all posts
Showing posts with label तन्हा. Show all posts
Thursday, 2 February 2023
Friday, 12 November 2021
Monday, 21 June 2021
Saturday, 29 May 2021
Tuesday, 13 April 2021
Wednesday, 30 December 2020
Thursday, 24 December 2020
Tuesday, 15 December 2020
Friday, 11 December 2020
Wednesday, 14 October 2020
Friday, 27 March 2020
Monday, 15 April 2019
Monday, 18 February 2019
Saturday, 9 February 2019
Monday, 24 September 2018
Sunday, 16 September 2018
Saturday, 4 August 2018
Tuesday, 31 July 2018
Friday, 2 February 2018