जीवन के अनुभवों पर, मेरे मन के उद्घोषित शब्दों की अभिव्यक्ति है - कविता "जीवन कलश"। यूं, जीवन की राहों में, हर पल छूटता जाता है, इक-इक लम्हा। वो फिर न मिलते हैं, कहीं दोबारा ! कभी वो ही, अपना बनाकर, विस्मित कर जाते हैं! चुनता रहता हूँ मैं, उन लम्हों को और संजो रखता हूँ यहाँ! वही लम्हा, फिर कभी सुकून संग जीने को मन करता है, तो ये, अलग ही रंग भर देती हैं, जीवन में। "वैसे, हाथों से बिखरे पल, वापस कब आते हैं! " आइए, महसूस कीजिए, आपकी ही जीवन से जुड़े, कुछ गुजरे हुए पहलुओं को। (सर्वाधिकार सुरक्षित)
Showing posts with label प्यास. Show all posts
Showing posts with label प्यास. Show all posts
Monday, 31 May 2021
Monday, 19 April 2021
Friday, 8 May 2020
Sunday, 12 April 2020
Sunday, 3 November 2019
Wednesday, 28 August 2019
Sunday, 28 October 2018
Sunday, 30 September 2018
Friday, 21 April 2017
Sunday, 26 June 2016
Monday, 20 June 2016
Saturday, 21 May 2016
Tuesday, 19 April 2016
Monday, 11 April 2016
Friday, 18 March 2016
Friday, 26 February 2016
Wednesday, 17 February 2016
Wednesday, 6 January 2016
Saturday, 2 January 2016