जीवन के अनुभवों पर, मेरे मन के उद्घोषित शब्दों की अभिव्यक्ति है - कविता "जीवन कलश"। यूं, जीवन की राहों में, हर पल छूटता जाता है, इक-इक लम्हा। वो फिर न मिलते हैं, कहीं दोबारा ! कभी वो ही, अपना बनाकर, विस्मित कर जाते हैं! चुनता रहता हूँ मैं, उन लम्हों को और संजो रखता हूँ यहाँ! वही लम्हा, फिर कभी सुकून संग जीने को मन करता है, तो ये, अलग ही रंग भर देती हैं, जीवन में। "वैसे, हाथों से बिखरे पल, वापस कब आते हैं! " आइए, महसूस कीजिए, आपकी ही जीवन से जुड़े, कुछ गुजरे हुए पहलुओं को। (सर्वाधिकार सुरक्षित)
Showing posts with label गीत. Show all posts
Showing posts with label गीत. Show all posts
Saturday 18 May 2019
Thursday 21 March 2019
Sunday 17 February 2019
Friday 11 January 2019
Sunday 11 November 2018
Sunday 21 October 2018
Tuesday 17 July 2018
Wednesday 23 May 2018
Friday 11 May 2018
Saturday 24 March 2018
Saturday 3 March 2018
Thursday 1 March 2018
Tuesday 21 November 2017
Wednesday 19 July 2017
Friday 23 June 2017
Wednesday 29 March 2017
Wednesday 27 July 2016
Friday 3 June 2016
Thursday 2 June 2016