जीवन के अनुभवों पर, मेरे मन के उद्घोषित शब्दों की अभिव्यक्ति है - कविता "जीवन कलश"। यूं, जीवन की राहों में, हर पल छूटता जाता है, इक-इक लम्हा। वो फिर न मिलते हैं, कहीं दोबारा ! कभी वो ही, अपना बनाकर, विस्मित कर जाते हैं! चुनता रहता हूँ मैं, उन लम्हों को और संजो रखता हूँ यहाँ! वही लम्हा, फिर कभी सुकून संग जीने को मन करता है, तो ये, अलग ही रंग भर देती हैं, जीवन में। "वैसे, हाथों से बिखरे पल, वापस कब आते हैं! " आइए, महसूस कीजिए, आपकी ही जीवन से जुड़े, कुछ गुजरे हुए पहलुओं को। (सर्वाधिकार सुरक्षित)
Showing posts with label बात. Show all posts
Showing posts with label बात. Show all posts
Saturday, 15 October 2022
Sunday, 30 January 2022
Saturday, 15 January 2022
Monday, 2 August 2021
Sunday, 16 May 2021
Sunday, 4 April 2021
Tuesday, 2 March 2021
Thursday, 5 November 2020
Sunday, 4 October 2020
Saturday, 18 April 2020
Thursday, 20 February 2020
Thursday, 12 December 2019
Wednesday, 24 July 2019
Saturday, 6 April 2019
Wednesday, 30 January 2019
Saturday, 12 January 2019
Monday, 24 September 2018
Tuesday, 18 September 2018
Saturday, 25 August 2018