जीवन के अनुभवों पर, मेरे मन के उद्घोषित शब्दों की अभिव्यक्ति है - कविता "जीवन कलश"। यूं, जीवन की राहों में, हर पल छूटता जाता है, इक-इक लम्हा। वो फिर न मिलते हैं, कहीं दोबारा ! कभी वो ही, अपना बनाकर, विस्मित कर जाते हैं! चुनता रहता हूँ मैं, उन लम्हों को और संजो रखता हूँ यहाँ! वही लम्हा, फिर कभी सुकून संग जीने को मन करता है, तो ये, अलग ही रंग भर देती हैं, जीवन में। "वैसे, हाथों से बिखरे पल, वापस कब आते हैं! " आइए, महसूस कीजिए, आपकी ही जीवन से जुड़े, कुछ गुजरे हुए पहलुओं को। (सर्वाधिकार सुरक्षित)
Showing posts with label राह. Show all posts
Showing posts with label राह. Show all posts
Saturday 24 June 2023
Friday 4 March 2022
Thursday 23 December 2021
Friday 12 November 2021
Tuesday 19 October 2021
Saturday 9 October 2021
Wednesday 21 July 2021
Saturday 12 June 2021
Monday 7 June 2021
Wednesday 19 May 2021
Sunday 11 April 2021
Saturday 10 April 2021
Sunday 27 December 2020
Sunday 20 December 2020
Wednesday 4 November 2020
Monday 12 October 2020
Sunday 26 July 2020
Thursday 11 June 2020
Thursday 16 April 2020