जीवन के अनुभवों पर, मेरे मन के उद्घोषित शब्दों की अभिव्यक्ति है - कविता "जीवन कलश"। यूं, जीवन की राहों में, हर पल छूटता जाता है, इक-इक लम्हा। वो फिर न मिलते हैं, कहीं दोबारा ! कभी वो ही, अपना बनाकर, विस्मित कर जाते हैं! चुनता रहता हूँ मैं, उन लम्हों को और संजो रखता हूँ यहाँ! वही लम्हा, फिर कभी सुकून संग जीने को मन करता है, तो ये, अलग ही रंग भर देती हैं, जीवन में। "वैसे, हाथों से बिखरे पल, वापस कब आते हैं! " आइए, महसूस कीजिए, आपकी ही जीवन से जुड़े, कुछ गुजरे हुए पहलुओं को। (सर्वाधिकार सुरक्षित)
Showing posts with label सपने. Show all posts
Showing posts with label सपने. Show all posts
Sunday, 4 December 2022
Sunday, 30 May 2021
Friday, 14 May 2021
Sunday, 8 November 2020
Saturday, 21 March 2020
Saturday, 8 February 2020
Monday, 16 December 2019
Monday, 7 October 2019
Friday, 14 September 2018
Sunday, 17 June 2018
Sunday, 1 April 2018
Saturday, 17 February 2018
Sunday, 26 November 2017
Tuesday, 4 July 2017
Wednesday, 19 April 2017
Monday, 13 March 2017
Friday, 13 January 2017
Friday, 6 January 2017
Wednesday, 21 September 2016