आया और इक नव-वर्ष,
और एक उत्कर्ष,
चल कर लें स्वागत, सहर्ष!
रोका कितनों नें,
डाले कितनों ने, रोड़े राहों में,
आए कितने ही दोराहे,
मुड़ आए, रस्ते सारे,
ले आए नव-वर्ष!
रुकते कब पग,
रोके, रुकते ना जन कलरव,
स्वागत का यह उत्सव,
स्मृतियों के, ये पल,
ले आए नव-वर्ष!
उर में, उल्लास,
मन में, इक मीठी सी प्यास,
होठों पर, इक नवहास,
चहुंओर नवविलास,
ले आए नव-वर्ष!
आया और इक नव-वर्ष,
और एक उत्कर्ष,
चल कर लें स्वागत, सहर्ष!
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