मन को, ये कर जाते, वश में,
दामन में, ये कब आए,
वो आकर्षण,
मन-मानस में, बस जाते हैं!
दामन में कब आते हैं!
पथ के आकर्षण,
पीछे, पथ में ही रह जाते हैं .....
जैसे, कोई सम्मोहन, या कोई जादू,
दामन में कब आते हैं!
पथ के आकर्षण,
पीछे, पथ में ही रह जाते हैं .....
जैसे, कोई सम्मोहन, या कोई जादू,
मन को, करता जाए, बेकाबू,
छलक उठे, पैमानों में,
बूँदों के वो घन,
फिर भी, प्यास बढ़ा जाते हैं!
आँगन में कब आते हैं!
पथ के आकर्षण,
पीछे, पथ में ही रह जाते हैं .....
इक दर्द, टीस जरा, मुझे है हासिल,
पथ के आकर्षण,
पीछे, पथ में ही रह जाते हैं .....
इक दर्द, टीस जरा, मुझे है हासिल,
पीड़ वही, करती है, बोझिल,
यूँ, पथ में ही छूटे हम,
उन यादों में डूबे,
उन यादों में डूबे,
मुझसे दूर, मुझे ही ले जाते है!
पहलू में कब आते हैं!
पथ के आकर्षण,
पीछे, पथ में ही रह जाते हैं .....
पहलू में कब आते हैं!
पथ के आकर्षण,
पीछे, पथ में ही रह जाते हैं .....
(सर्वाधिकार सुरक्षित)