एहसान बड़े हैं तेरे, इस जीवन पर मेरे,
आभारी हूँ, बस इतना, कह दूँ कैसे!
तुझको, बेगाना, इक पल में कर दूँ कैसे!
सजल दो नैन जले, अनबुझ, मेरी डेहरी पर,
जैसे रैन ढ़ले, सजग प्रहरी संग,
ऐसा चैन बसेरा!
कोई छीने, मुझसे क्या मेरा!
निश्चिंति का ऐसा घेरा,
पाता मैं कैसे!
बस, आभारी हूँ मैं, कह दूँ कैसे?
हर क्षण, तेरे जीवन का, मेरे ही हिस्से आया,
शायद मैं ही, कुछ ना दे पाया!
देता भी क्या?
शेष भला, अब मेरा है क्या!
पर, आभारी हूँ मैं...
कह दूँ कैसे!
पराया, इक पल में, कर दूँ कैसे?
अपने हो तुम, सपने जीवन के बुनते हो तुम,
सूने पल में, रंग कई भरते हो,
यूँ, था मैं तन्हा!
अकेला, मैं करता भी क्या?
फीके रंगों से जीवन...
र॔गता मैं कैसे!
बस, आभारी हूँ मैं, कह दूँ कैसे?
एहसान बड़े हैं तेरे, इस जीवन पर मेरे,
आभारी हूँ, बस इतना, कह दूँ कैसे!
तुझको, गैरों में, इक पल में रख दूँ कैसे!
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
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अपनी शादी की 27 वीं वर्षगांठ (24.11.2020) पर पत्नी को सप्रेम समर्पित ...
बधाई और मंगलकामनाएं आप दोनों के लिये २७वीं विवाह वर्षगांठ पर। खुश रहें।
ReplyDeleteशुक्रिया और बहुत-बहुत धन्यवाद जोशी सर। एक सफर है और चल रहे हैं हम, ऐसे में आपलोगों से जुड़ कर खुशी दोगुनी हो गई है।
Deleteबहुत सुंदर भावनाओं से भरा सृजन पुरुषोत्तम जी। सब कहकर भी बहुत कुछ अनकहा सा रह जाता है जीवन में। बहुत खूबसूरती से भावों में रंग भरता सृजन। सकुशल रहें, सानंद रहें। आपको और अनुजी को शादी की सालगिरह मुबारक हो। हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई🙏🙏 🌹🌹💐💐🌹🌹
ReplyDeleteशुक्रिया और बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया रेणु जी। एक सफर है और चल रहे हैं हम, ऐसे में आपलोगों से जुड़ कर खुशी दोगुनी हो गई है।
Deleteनिरंतर सुखद कामना पाकर निःशब्द हूँ।
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 25 नवंबर नवंबर नवंबर 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteशुक्रिया
Deleteये जोड़ी बनी रहे, यही मंगल कामना है
ReplyDeleteअशेष शुभकामनाएँ निरंतर स्वस्थ एवं हर्षित रहे जोड़ी सदैव बनी रहे।
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया सधु जी।
Deleteसुंदर भावों से सजी खूबसूरत रचना । बहुत-बहुत शुभकामनाएँँ ।
ReplyDeleteशुभ प्रभात। बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया शुभा जी।
Deleteबहुत सुंदर भाव से समर्पित रचना
ReplyDeleteआप दोनों को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं
शुभ प्रभात। बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया अनीता सुधीर जी।
Deleteबधाई व मंगलकामनाएं ! सदा स्वस्थ प्रसन्न रहें
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय गगन जी।
Deleteहृदयस्पर्शी । शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteआभार आदरणीया अमृता जी।
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