ओ रे साथिया! चल गीत लिखें कोई इक नया....
बदलेंगे यहाँ मौसम कई,
बदलेगी न राहें कभी सुरमई,
सुरीली हो धुन प्यार की,
नया गीत लिख जाएंगे हम कई...
यू चलते रहेंगे हम यहाँ,
आ बना ले इक नया हम जहाँ....
ओ रे साथिया! चल गीत लिखें कोई इक नया....
हो प्रेम की वादी कोई,
गूंजते हों जहाँ शहनाई कोई,
गीतों भरी हो सारी कली,
आ झूमें वहाँ हर डगर हर गली...
यूं मिलते रहे हम यहाँ,
आ लिख जाएँ हम नया दास्ताँ.....
ओ रे साथिया! चल गीत लिखें कोई इक नया....
हर गीत मे हो तुम्ही,
संगीत की हर धुन में तुम्ही,
तुम सा नही दूजा कोई,
रंग दूजा न अब चढता कोई....
यूं बदलेंगे ना हम यहाँ,
आ मिल रचाएँ हम सरगम नया....
ओ रे साथिया! चल गीत लिखें कोई इक नया....
बदलेंगे यहाँ मौसम कई,
बदलेगी न राहें कभी सुरमई,
सुरीली हो धुन प्यार की,
नया गीत लिख जाएंगे हम कई...
यू चलते रहेंगे हम यहाँ,
आ बना ले इक नया हम जहाँ....
ओ रे साथिया! चल गीत लिखें कोई इक नया....
हो प्रेम की वादी कोई,
गूंजते हों जहाँ शहनाई कोई,
गीतों भरी हो सारी कली,
आ झूमें वहाँ हर डगर हर गली...
यूं मिलते रहे हम यहाँ,
आ लिख जाएँ हम नया दास्ताँ.....
ओ रे साथिया! चल गीत लिखें कोई इक नया....
हर गीत मे हो तुम्ही,
संगीत की हर धुन में तुम्ही,
तुम सा नही दूजा कोई,
रंग दूजा न अब चढता कोई....
यूं बदलेंगे ना हम यहाँ,
आ मिल रचाएँ हम सरगम नया....
ओ रे साथिया! चल गीत लिखें कोई इक नया....