Wednesday, 30 December 2020

ओ तथागत-2020

ओ तथागत!

प्रतिक्षण, थी तेरी ही, इक प्रतीक्षा!
जबकि, मैं, बेहद खुश था,
नववर्ष की, नूतन सी आहट पर,
उसी, कोमल तरुणाहट पर!

गुजरा वो, क्षण भी! तुम आए...
ओ तथागत!

कितने कसीदे, पढ़े स्वागत में तेरी!
मान-मनौवल, आवभगत,
जैसे कि, तुम थे कोई अभ्यागत,
पर, तुम तो बिसार चले हो!

गुजरा वो, क्षण भी! तुम चले...
ओ तथागत!

बड़ी खोखली, पाई तेरी ही झोली!
जाते-जाते, ले गए तुम,
मेरी ही, तरुणाई के इक साल!
और, छोड़ गए हो तन्हा!

ओ तथागत!

- पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा 
  (सर्वाधिकार सुरक्षित)

34 comments:

  1. गुजरा वो, क्षण भी! तुम चले...
    ओ तथागत!
    शानदार कहन ...

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया सदा जी। शुक्रिया।

      Delete
  2. Replies
    1. एक नए सवेरे की तलाश है। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ आदरणीय जोशी जी।

      Delete
  3. मेरी ही, तरुणाई के इक साल!
    और, छोड़ गए हो तन्हा!..बहुत सुंदर।
    शुभकामनाएँँ

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया पम्मी जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  4. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 30 दिसंबर 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया दिव्या जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  5. नव वर्ष की नूतन सी आहट अति सुंदर है । हार्दिक शुभकामनाएँ ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया अमृता तनामय जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  6. बहुत खूबसूरत रचना

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया भारती जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  7. Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया ज्योति जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  8. बहुत बहुत सुन्दर मधुर रचना | नव वर्ष की शुभ कामनाएं |

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय आलोक जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  9. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 31.12.2020 को चर्चा मंच पर दिया जाएगा| आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी
    धन्यवाद

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय दिलबाग विर्क जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  10. बड़ी खोखली, पाई तेरी ही झोली!
    जाते-जाते, ले गए तुम,
    मेरी ही, तरुणाई के इक साल!
    और, छोड़ गए हो तन्हा!

    दिल को छूती बहुत ही रचना ,सादर नमस्कार

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया कामिनी जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  11. बहुत ही सुंदर सृजन सर।
    सादर

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया अनीता जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  12. सुन्दर सृजन - - नूतन वर्ष की असंख्य शुभकामनाएं ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय शान्तनु सान्याल जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  13. समय को टटोलती, बेहतरीन रचना
    बधाई

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय ज्योति जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  14. बहुत सुंदर रचना है ,सच माने तो समय अभ्यागत ही है।
    ढेर से अहसास समेटे हृदय स्पर्शी सृजन।
    नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया कुसुम जी। नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  15. बहुत बढ़िया सर!
    🙏नववर्ष 2021 आपको सपरिवार शुभऔर मंगलमय हो 🙏

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया माथुर जी। नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  16. बहुत सुंदर l
    आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया मनोज जी। नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें। ।।।

      Delete
  17. बड़ी खोखली, पाई तेरी ही झोली!
    जाते-जाते, ले गए तुम,
    मेरी ही, तरुणाई के इक साल!
    और, छोड़ गए हो तन्हा!
    बेहतरीन रचना आदरणीय। नववर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 💐💐

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया। नववर्ष मंगलमय हो

      Delete