विशेष थी तुम, ओ दीदी....
अब, शेष हैं, बस बीती बातें, और तेरी यादें!
यूँ तो, विधाता नें, सब कुछ दिया,
पर, पल भर को ही!
सुख तेरा, हँसता मुख तेरा,
उनसे देखा ना गया,
ले चला, वो असमय छीन कर,
तुझसे पहले, तेरी खुशी,
अवशेष थी,
बस शेष थी, तुम ओ दीदी....
भले ही, उस पार तुम्हें मिल जाए,
खोया सा, तेरा संसार,
करती भी क्या तुम, झूठ था सब,
नेह का ये व्योपार,
फिर से देता हूँ तुझको विदाई,
अब न गम, छूए तुझे,
जो शेष हैं,
तू हँसती रहे, ओ मेरी दीदी.....
विशेष थी तुम, ओ दीदी....
अब, शेष हैं, बस बीती बातें, और तेरी यादें!
- पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
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मेरी बड़ी बहन, स्व. नीलू दीदी (सरिता शरण) को समर्पित ..... निधन तिथि 06.03.2021
बहुत ही दुखद
ReplyDeleteआपकी कमी हमेशा दिल को दुखी करेगी ईश्वर नीतू दीदी की आत्मा को शान्ती प्रदान करे🙏
जी उनका नाम नीलू था...
Deleteसांत्वना संदेश हेतु आभारी हूँ।
Deleteआपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 07 मार्च 2021 को साझा की गई है........."सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद। आभारी हूँ आपका।
Deleteविशेष थी तुम, ओ दीदी....
ReplyDeleteईश्वर नीतू दीदी की आत्मा को शान्ती प्रदान करे🙏
सांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
Deleteबहुत मार्मिक रचना।
ReplyDeleteनमन दीदी को।
सांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
Deleteओह ! ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दें। आप भी धैर्य रखें, परिवार को धीरज बँधाएँ। ओम शांति।
ReplyDeleteसांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
Deleteनमन और श्रद्धांजलि
ReplyDeleteसांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
Deleteईश्वर नीलू दीदी की आत्मा को शांति दे और आप सबको दुख सहने की शक्ति दे।
ReplyDeleteसांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
Deleteमार्मिक रचना। ईश्वर शान्ति प्रदान करे।
ReplyDeleteसांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
Deleteजी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार ( 08 -03 -2021 ) को 'आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है' (चर्चा अंक- 3999) पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
#रवीन्द्र_सिंह_यादव
आभारी हूँ
Deleteदुःखद ! विनम्र श्रद्धांजलि ।
ReplyDeleteआपकी भावनाएँ अवश्य उन तक पहुँची होंगी ।
ईश्वर से प्रार्थना है कि आपके समस्त परिवार को धैर्य रखने की शक्ति दे ।
सांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
Deleteआपके शब्दों की भावना जरूर उन तक मेरी बातों को पहुँचाएगी।
Deleteमार्मिक रचना। नमन
ReplyDeleteसांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
Deleteनीलू दीदी को बिनम्र श्रद्धांजलि,
ReplyDeleteबहुत दुःखद होता है किसी अपने को खोना।
परमात्मा उन्हें शांति दे ,सादर
सांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
Deleteविनम्र श्रद्धांजलि
ReplyDeleteदीदी को नमन
ReplyDeleteमार्मिक रचना
मन नम हो गया
सादर
सांत्वना भरे शब्दों हेतु आभारी हूँ।
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