हे सती, शिवर्धांगिनी तुम ही हर युग,
खोना था तुझको, उस युग,
ताकि, मर्यादा का भान रहे, सम्मान रहे,
शक्ति हो तुम, यह प्रमाण रहे!
शक्तिरूपा, शक्ति-पीठ जा बैठे तुम,
त्याग चले, शिव को तुम,
विधि का लेखा, स्व-भस्माहूत हो चले,
शक्ति में, तुम आहूत हो चले!
निज मन-मर्जी, कनखल ना जाते,
अपमान भरा घूँट ना पाते,
असह्य वियोग, असह्य करुण विलाप,
प्रलयंकारी, यह प्रलायालाप!
पी बिन पराया, वो बचपन का घर,
सच है शिव, शेष आडंबर,
आओ आ जाओ, मन के मानसरोवर,
जन्म-जन्म, ये शिव तेरा वर!
रूप बदल, सती बन आई पार्वती,
थी युग की ही, ये नियति,
ना शिव अंजाने थे, ना ही थी पार्वती,
सद्-परिणति, महा शिवरात्रि!
सुखद मिलन, शिव करते स्वागत,
जय जंगदंबिका अभ्यागत,
शुभ मुहूर्त, शुभ लग्न, शुभ ये वेला,
तू प्रथम पग, कैलाश पर ला!
- पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
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आदरणीया कवयित्री शकुन्तला जी के अनुरोध पर तथा महा-शिवरात्रि के अवसर पर प्रेषित उक्त चित्र पर आधारित रचना.........
⚘⚘⚘आभार समर्पण सहित⚘⚘⚘
ReplyDeleteसुखद मिलन, शिव करते स्वागत,
जय जंगदंबिका अभ्यागत,
शुभ मुहूर्त, शुभ लग्न, शुभ ये वेला,
तू प्रथम पग, कैलाश पर ला.. बहुत बहुत बहुत सुंदर रचना बधाई हो आपको आदरणीय 🌹🌹🌹
विनम्र आभार आपका। बहुत-बहुत धन्यवाद।
Deleteआपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शनिवार 13 मार्च 2021 शाम 5.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteविनम्र आभार आपका। बहुत-बहुत धन्यवाद
Deleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteविनम्र आभार आपका। बहुत-बहुत धन्यवाद
Deleteआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (14-03-2021) को "योगदान जिनका नहीं, माँगे वही हिसाब" (चर्चा अंक-4005) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ-
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सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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विनम्र आभार आपका। बहुत-बहुत धन्यवाद
Deleteसादर नमन
ReplyDeleteविनम्र आभार। मेरी ब्लॉग पर स्वागत है आपका। बहुत-बहुत धन्यवाद
Deleteरूप बदल, सती बन आई पार्वती,
ReplyDeleteथी युग की ही, ये नियति,
ना शिव अंजाने थे, ना ही थी पार्वती,
सद्-परिणति, महा शिवरात्रि!
भक्ति भाव से परिपूर्ण । न जाने कितने युग से शिव पार्वती का संगम है ।सुंदर रचना
विनम्र आभार आपका। बहुत-बहुत धन्यवाद
Deleteबहुत सुंदर।
ReplyDeleteविनम्र आभार आपका। बहुत-बहुत धन्यवाद
Deleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteविनम्र आभार। बहुत-बहुत धन्यवाद।।।
Deleteबहुत खूब ।
ReplyDeleteविनम्र आभार। मेरी ब्लॉग पर स्वागत है आपका। बहुत-बहुत धन्यवाद
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