कर्मपथ पर चल निर्बाध अग्रसर,
नित समर बाधाओं से तू ना डर,
इस कर्मपथ का है तू अजेय योद्धा,
तू हर बाधा पर विजय कर।
विचलित तुझको न कर सकेंगे,
अंजान राहों के घनघोर अंधेरे,
निर्बाध गति से तू बढ़ निरन्तर,
इस पथ ही समक्ष मिलेंगे सवेरे।
हिम्मत के आगे निराशा निरूत्तर,
मेहनत के आगे असफलता विफल,
प्रतिभा को कर तू इतना प्रखर,
लक्ष्य खुद हो जाए तेरा सफल।
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