छुनुन-छुनुन पायल की बजने लगी हैं फिर,
तहजीब के तराने वो पायल सुनाने लगी हैं फिर,
उनकी पाॅवों में पायल सजने लगी हैं फिर।
उनके आने की आहट देगी मुझे वो पायल,
दिल में छुपी जो बातें कहेंगी मुझसे वो पायल,
छनन-छन पायल अब गाएंगी कोई गजल।
गुंजेगी घर में मेरे उनके पायल की संगीत,
गाएंगे साथ उनके दीवारों पे लिखे ये मेरे गीत,
सुरमंदिर सा होगा आंगन, ऐ मेरे मनमीत।
सदियों तलक गुंजेंगी, ये पायल की सदाएं,
कह देंगी सारी बातें, लब जो कभी कह न पाए,
फिर बज रही है पायल, शायद हैं वो आए!
तहजीब के तराने वो पायल सुनाने लगी हैं फिर,
उनकी पाॅवों में पायल सजने लगी हैं फिर।
उनके आने की आहट देगी मुझे वो पायल,
दिल में छुपी जो बातें कहेंगी मुझसे वो पायल,
छनन-छन पायल अब गाएंगी कोई गजल।
गुंजेगी घर में मेरे उनके पायल की संगीत,
गाएंगे साथ उनके दीवारों पे लिखे ये मेरे गीत,
सुरमंदिर सा होगा आंगन, ऐ मेरे मनमीत।
सदियों तलक गुंजेंगी, ये पायल की सदाएं,
कह देंगी सारी बातें, लब जो कभी कह न पाए,
फिर बज रही है पायल, शायद हैं वो आए!