प्रेरणाशीष मंगलकामना
आपका प्रेरणाशीष शिरोधार्य,
प्रशंसा पाता रहूँ करता रहूँ मंगल कार्य,
योग्य खुद को बनाऊँ, रहूँ आपको स्वीकार्य।
कृपा सरस्वती की बरसती रहे,
आपके घरों में लक्ष्मी भी हँसती रहें,
जीवन के उच्च शिखरों मे आप नित चढ़ते रहे।
जीवन प्रगति पथ पर आरूढ़ हो,
धन धान्य सुख से जीवन कलश पूर्ण हो,
सफलता की नई सीढ़ियाँ सबों को मिलती रहे।
मैं युँ ही सांसों पर्यन्त लिखता रहूँ,
मेरी रचनाएँ जीवन की कलश बन निखरे,
मार्गदर्शन करें ये सबका, मेरा जीवन सफल करे।
आपका प्रेरणाशीष शिरोधार्य,
प्रशंसा पाता रहूँ करता रहूँ मंगल कार्य,
योग्य खुद को बनाऊँ, रहूँ आपको स्वीकार्य।
कृपा सरस्वती की बरसती रहे,
आपके घरों में लक्ष्मी भी हँसती रहें,
जीवन के उच्च शिखरों मे आप नित चढ़ते रहे।
जीवन प्रगति पथ पर आरूढ़ हो,
धन धान्य सुख से जीवन कलश पूर्ण हो,
सफलता की नई सीढ़ियाँ सबों को मिलती रहे।
मैं युँ ही सांसों पर्यन्त लिखता रहूँ,
मेरी रचनाएँ जीवन की कलश बन निखरे,
मार्गदर्शन करें ये सबका, मेरा जीवन सफल करे।