मेरे मन की उद्घोषित शब्दों की अंकित या टंकित रूप है मेरी कविता "जीवन कलश"। मन भीगता है और टपकती है कुछ बूँदें इस पटल पर तो कविताएं स्वरूप ले लेती हैं । जिसे अबतक अपनो पाठकों की प्रशंसाएं व अपार प्यार मिलता रहा है।
दिसम्बर 2015 से जारी इस सफर का हर पड़ाव मुझे रोमांचित करता रहा है। अबतक 950 से अधिक रचनाएँ लिख चुका हूँ जिसे लगभग 1 लाख 19 हजार से अधिक बार दर्शकों / पाठकों द्वारा विभिन्न देशों में पढ़़ा जा चुका है।
कई नए मित्र इस राह में मिलते गए । नए उदीयमान लेखकों से प्रेरणा भी मिलती रही।
इसी मध्य मेरी पहली कविता संग्रह की पुस्तक "अकेले प्रेम की कोशिश" (Akele Prem Ki Koshish) का प्रकाशन भी संभव हुआ जो मेरी 172 कविताओं का संकलन है। इसे आमेजन के वेबसाईट (www.amazon.com) पर आॅनलाईन भी खरीदा जा सकता है।
हमारे 10 अन्य कवियों के प्रयास से एक और साझा पुस्तक परियोजना भी प्रगति पर है, जल्द ही यह पुस्तक भी बाजार में उपलब्ध होगी।
कहें कि, एक पहचान सी मिली है मुझे,...ब्लाग के माध्यम से। सादर आभार पाठकवृन्द।
दिसम्बर 2015 से जारी इस सफर का हर पड़ाव मुझे रोमांचित करता रहा है। अबतक 950 से अधिक रचनाएँ लिख चुका हूँ जिसे लगभग 1 लाख 19 हजार से अधिक बार दर्शकों / पाठकों द्वारा विभिन्न देशों में पढ़़ा जा चुका है।
कई नए मित्र इस राह में मिलते गए । नए उदीयमान लेखकों से प्रेरणा भी मिलती रही।
इसी मध्य मेरी पहली कविता संग्रह की पुस्तक "अकेले प्रेम की कोशिश" (Akele Prem Ki Koshish) का प्रकाशन भी संभव हुआ जो मेरी 172 कविताओं का संकलन है। इसे आमेजन के वेबसाईट (www.amazon.com) पर आॅनलाईन भी खरीदा जा सकता है।
हमारे 10 अन्य कवियों के प्रयास से एक और साझा पुस्तक परियोजना भी प्रगति पर है, जल्द ही यह पुस्तक भी बाजार में उपलब्ध होगी।
कहें कि, एक पहचान सी मिली है मुझे,...ब्लाग के माध्यम से। सादर आभार पाठकवृन्द।
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