Saturday, 25 December 2021

निरंतर, एक वर्ष और

निरुत्तर करती रही, उसकी निरंतरता!
यूं वर्ष, एक और बीता,
बिन थके, परस्पर बढ़ चले कदम,
शून्य में, किसी गंतव्य की ओर,
बिना, कोई ठौर!
निरंतर, एक वर्ष और!

प्रारम्भ कहां, अन्त कहां, किसे पता?
यह युग, कितना बीता,
रख कर, कितने जख्मों पे मरहम,
गहन निराशा के, कितने मोड़,
सारे, पीछे छोड़!
निरंतर, एक वर्ष और!

ढ़ूंढ़े सब, पंछी की, कलरव का पता?
पानी का, बहता सोता,
जागे से, बहती नदियों का संगम,
सागर के तट, लहरों का शोर,
गुंजित, इक मोड़!
निरंतर, एक वर्ष और!

निरुत्तर मैं खड़ा, यूं बस रहा देखता!
ज्यूं, भ्रमित कोई श्रोता,
सुनता हो, उन झरनों की सरगम,
तकता हो इक टक उस ओर,
अति-रंजित, छोर!
निरंतर, एक वर्ष और!

- पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा 
   (सर्वाधिकार सुरक्षित)

19 comments:

  1. निरुत्तर मैं खड़ा, यूं बस रहा देखता!
    ज्यूं, भ्रमित कोई श्रोता,
    सुनता हो, उन झरनों की सरगम,
    तकता हो इक टक उस ओर,
    अति-रंजित, छोर!
    निरंतर, एक वर्ष और!...गहन अभिव्यक्ति।
    बहुत ही सुंदर सराहनीय।
    सादर

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  2. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार(26-12-21) को क्रिसमस-डे"(चर्चा अंक4290)पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
    --
    कामिनी सिन्हा

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  3. एक वर्ष का लेखा जोखा देखा जाये तो बहुत मोड़ पीछे छुट गये हैं. भाव पूर्ण अभिव्यक्ति.
    New post मगर...

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  4. यह वाला साल ही नहीं, बल्कि इस से पिछले वाला साल भी तबाहियां लेकर आया था.
    भगवान् करे कि अब हमारी परीक्षा की घड़ियाँ समाप्त हों.
    सुख सम्पति घर आवे,
    कष्ट मिटे सबका ---
    ॐ जय जगदीश हरे !

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  5. भावपूर्ण अभिव्यक्ति। नववर्ष की शुभकामनाएं।

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  6. प्रारम्भ कहां, अन्त कहां, किसे पता?
    यह युग, कितना बीता,
    रख कर, कितने जख्मों पे मरहम,
    गहन निराशा के, कितने मोड़,
    सारे, पीछे छोड़!
    निरंतर, एक वर्ष और!
    हकीकत को बयां करती बहुत ही भावपूर्ण अभिव्यक्ति..

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  7. आदरणीया पुरुषोत्तम जी, नमस्ते!👏!
    यात्रा पर रहने कोई भी नेटवर्क उपलब्ध होने के कारण मैं आज रचनाओं को देख पा रहा हूँ।
    आपने बीते वर्ष को इंगित कर बहुत अच्छी रचना लिखी है। हार्दिक साधुवाद!--ब्रजेंद्रनाथ

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  8. निरंतर एक बर्ष और।
    प्रारंभ और अंत का कुछ नहीं पता ।

    सुंदर रचना एवं रचनात्मकता ।

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