हो तुम, तो है, वही ऋतु, वही मौसम...
तुम, जैसे, गुनगुनी सी हो कोई धूप,
मोहिनी सी, हो इक रूप,
तुम्हें, रुक-रुक कर, छू लेती हैं पवन,
ठंढ़ी आँहें, भर लेती है चमन,
ठहर जाते हैं, ये ऋतुओं के कदम,
रुक जाते है, यहीं पर हम!
हो तुम, तो है, वही ऋतु, वही मौसम...
कब ढ़ला ये दिन, कब ढली ये रातें,
गई जाने, कितनी बरसातें,
गुजरे संग, बातों में कितने पलक्षिण,
बीते युग, धड़कन गिन-गिन,
हो पतझड़, या छाया हो बसन्त,
संग इक रंग, लगे मौसम!
हो तुम, तो है, वही ऋतु, वही मौसम...
ठहरी हो नदी, ठंढ़ी हो छाँव कोई,
शीतल हो, ठहराव कोई,
क्यूँ न रुक जाए, इक पल ये पथिक,
क्यूँ न कर ले, थोड़ा आराम,
क्यूँ ढ़ले पल-पल, फिर ये ऋतु,
क्यूँ ना, ठहरे ये मौसम?
हो तुम, तो है, वही ऋतु, वही मौसम...
- पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
अपनी शादी कीं 26वीं वर्षगाँठ (यथा 24 नवम्बर 2019) पर, श्रीमति जी को समर्पित ...वही मौसम!
तुम, जैसे, गुनगुनी सी हो कोई धूप,
मोहिनी सी, हो इक रूप,
तुम्हें, रुक-रुक कर, छू लेती हैं पवन,
ठंढ़ी आँहें, भर लेती है चमन,
ठहर जाते हैं, ये ऋतुओं के कदम,
रुक जाते है, यहीं पर हम!
हो तुम, तो है, वही ऋतु, वही मौसम...
कब ढ़ला ये दिन, कब ढली ये रातें,
गई जाने, कितनी बरसातें,
गुजरे संग, बातों में कितने पलक्षिण,
बीते युग, धड़कन गिन-गिन,
हो पतझड़, या छाया हो बसन्त,
संग इक रंग, लगे मौसम!
हो तुम, तो है, वही ऋतु, वही मौसम...
ठहरी हो नदी, ठंढ़ी हो छाँव कोई,
शीतल हो, ठहराव कोई,
क्यूँ न रुक जाए, इक पल ये पथिक,
क्यूँ न कर ले, थोड़ा आराम,
क्यूँ ढ़ले पल-पल, फिर ये ऋतु,
क्यूँ ना, ठहरे ये मौसम?
हो तुम, तो है, वही ऋतु, वही मौसम...
- पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
अपनी शादी कीं 26वीं वर्षगाँठ (यथा 24 नवम्बर 2019) पर, श्रीमति जी को समर्पित ...वही मौसम!
वाह !पुरुषोत्तम जी, अत्यन्त मनभावन रचना जीवनसंगिनी के नाम और बहुत ही प्यारा ,मनमोहक ,आत्मीयता भरा सुंदर चित्र। स्नेहिल आत्मीय भाव साथी के प्रति अक्षुण्ण कृतज्ञता प्रदर्शित कर रहे हैं। आप दोनों को विवाह की वर्षगाँठ की ढेरों बधाइयाँ और शुभकामकयें। ये साथ अमर , अटल हो । मेरी दुआये और शुभकामनायें आप दोनों के लिए 🙏🙏, शुभकामना भरे इन फूलों के साथ 💐💐💐💐🌹🌹💐💐💐💐💐🙏🙏
ReplyDeleteइस आत्मीय शुभकामनाओं हेतु हम दोनों ही आपके सतत् आभारी हैं आदरणीया रेणु जी।
Deleteविवाह की वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनाएँ मेरी भी स्वीकारे।
ReplyDeleteसादर।
आदरणीया श्वेता जी, आपकी शुभकामनाओं हेतु हृदयतल से आभार। सानन्द रहें ।
Deleteविवाह की वर्षगांठ की ढेरों हार्दिक शुभकामनाएँ स्वीकार करें.आप दोनों का साथ सदैव बना रहे. 🎉🎉🎉💐💐💐।
ReplyDeleteसुधा बहन, बहुत-बहुत धन्यवाद ।
Deleteवाह!आदरणीय सर बेहद खूबसूरत पंक्तियाँ।
ReplyDeleteआपको और आदरणीया मैम को विवाह वर्षगाँठ की ढेरों शुभकामनाएँ मेरी ओर से भी। सादर प्रणाम 🙏🙏
आदरणीया आँचल जी, शुभकामनाओं हेतु बहुत-बहुत धन्यवाद ।
Deleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (25-11-2019) को "कंस हो गये कृष्ण आज" (चर्चा अंक 3530) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित हैं….
*****
रवीन्द्र सिंह यादव
सादर आभार ।।।।
Deleteबेहद खूबसूरत रचना,विवाह वर्षगांँठ पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 💐
ReplyDeleteआदरणीया अनुराधा जी, शुभकामनाओं हेतु बहुत-बहुत धन्यवाद ।
Deleteशादी कीं 26वीं वर्षगाँठ पर बहुत प्यारा उपहार
ReplyDeleteबहुत-बहुत हार्दिक बधाई!
आदरणीया कविता रावत जी, शुभकामनाओं हेतु बहुत-बहुत धन्यवाद ।
Deleteखूबसूरत रचना
ReplyDeleteओंकार जी, सादर आभार ।
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