Thursday, 25 February 2016

अनुभव मीठे हो जाते!

अनुभव मीठे हो जाते, तुम साथ अगर दे देते।
राह सरल हो जाता, तुम साथ अगर दे देते।

उबड़ खाबर इन रास्तों पर,
दूभर सा लगता जीवन का सफर,
पीठ अकड़ सी जाती यहाँ,
टूट जाते है अच्छे-अच्छों के कमर।

सफर सरल हो जाता, तुम साथ अगर दे देते।
अनुभव मीठे हो जाते, तुम साथ अगर दे देते।

टेढे मेढे रास्ते ये जीवन के,
अनुभव कुछ खट्टे मीठे मिलेजुले से,
तीते लगते कुछ फल बेरी के,
दाँत कटक जाते हैं अच्छे-अच्छों के।

अनुभव मीठे हो जाते, तुम साथ अगर दे देते।
सफर सरल हो जाता, तुम साथ अगर दे देते।

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