(साथियों, "जीवन कलश" के इस BLOG पर यह मेरी 300 वीं रचना है। इसे सफल बनाने और मुझे प्रोत्साहित करते रहे के लिए अनेकों धन्यवाद)
आपका आशीष मिला ............💦💕💕
आपका प्रेरणाशीष शिरोधार्य,
प्रशंसा पाता रहूँ करता रहूँ यह कार्य,
योग्य खुद को बनाऊँ, रहूँ आपको स्वीकार्य।
कृपा सरस्वती की बरसती रहे,
आपके घरों में भी सरस्वती हँसती रहें,
प्रगति के उच्च शिखरों मे आप नित चढ़ते रहे।
आपका जीवन समुज्जवल हो,
धन धान्य सुख से जीवन कलश पूर्ण हो,
सफलता की नई सीढ़ियाँ आपको मिलती रहे।
मैं युँ ही सांसों पर्यन्त लिखता रहूँ,
मेरी रचनाएँ जीवन की कलश बन निखरे,
मार्गदर्शन करें ये सबका, मेरा जीवन सफल करे।
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