रंग डालूँ जीवन प्रीतम के संग,
राग विहाग गाऊँ चित्त-भावन।
विविध रंग मोहक मनभावन,
डारुँ मुख पे शोभे अतिरंजन,
नयन अभिराम अतिसुहावन।
रत-चुनरी रंग डारूँ सजनी के,
डारूँ रंग मनभावन जीवन के,
मुखमंडल मुखरित सजनी के।
चाहुँ नित फागुन अति-रंजित,
सजनी संग जीवन रंग-रंजित,
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