Saturday, 16 January 2016

चिड़ियाँ का जीवन

उस छोटी सी चिड़ियाँ का जीवन कितना दूभर?

चातुर नजरों से देखती इधर-उधर,
आज काम बहुत से होंगे करने,
आबोदाना को उड़ना होगा मीलों,
मिटेगी भूख किस दाने से?
चैन की नींद कहाँ पाऊंगी?

दूर डाल पे बैठी छोटी सी चिड़ियाँ सोंचती!

फिर घोंसले की करती फिकर,
किस डाल सुरक्षित रह पाऊँगी,
तिनके कहाँ सजाऊँगी,
बहेलियों की पैनी नजर से,
दूर कैसे रह पाऊँगी?

उस छोटी सी चिड़ियाँ को भविष्य का डर?

आनेवाली बारिश की फिकर,
आँधियों मे बिछड़ने का डर,
डाली टूट गई थी पिछली बार,
घौसले हो गए थे तितर बितर,
अन्डे कैसे बचाऊँगी?

उस छोटी सी चिड़ियाँ का जीवन कितना दूभर?

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